4D printing क्या है ?
4D
Printing का मतलब उन Smart Material के
3D
Print सरंचना बनाने
से
है
जो
समय
के
साथ
कुछ
विशेष
परिस्थितियों
में
अपने
प्रारूप
को
बदलते
हैं।यह
Smart
Material समय के साथ कुछ विशेष परिस्थितियों में
जैसे
कि
heating, cooling, temperature,
humidity, हवा,
पानी तथा लाइट इत्यादि से
उतेजित हो जाते हैं
और अपनी सक्रियता से अपनी
आकृति या व्यवहार में सकारात्मक
बदलाव लाते हैं।
4D Printing किस प्रकार 3D
Printing से भिन्न है ?
समय,
कुछ
ख़ास
परिस्थितियां
तथा
3D Print किये हुये Smart Material, ये सब
मिल कर 4D Printing की नींव डालते
हैं।
Smart Material, Smart Design और समय के
साथ सरंचना/आकृति में
बदलाव कुछ ऐसे Parameters हैं जो
4D Printing को 3D Printing से भिन्न
बनाते हैं।
4D printing के लिए क्या आवश्यक है ?
ये तीन महत्वपूर्ण बातें
4D Printing के लिए अतिआवश्यक
हैं।
(क)
Smart
Material
(ख)
ऐसा ख़ास
वातावरण जो Smart
Material के
प्रारूप में बदलाव के
लिए उतेजक का काम
करता हो।
(ग)
और, समय, जो Smart Material
को
उतेजित
होने
के
लिए
चाहिए।
Smart
Material 4D Printing के
लिए अतिआवश्यक हैं ।
इन
में
ऐसी
क्षमता
होती
है
जो
उन्हें
अपनी
आकृति,
रंग,
Hardness या फिर Transparency आदि को बदलने
में सहायक होती है। समय के साथ आकृति,व्यवहार तथा
उपयोगिता
में
बदलाव
के
लिए
अलग-अलग
Smart Material में अलग-अलग
परिस्थितियां उतेजक का काम
करती हैं।
4D printing का उदहारण ये है।
Pyroelectric Material में तापमान के परिवर्तन
होने से,पैदा होने
वाले electric signal की मात्रा में
बदलाव
आता
है।
इन Pyroelectric Materials को हम
Smart Material कह सकते हैं तथा
3D Printing का इस्तेमाल कर के
ऐसे Sensors बना सकते
हैं जो अपने प्रारूप
में अपने Material
के व्यवहार के कारण समय के
साथ बदलाव ला
सकें। इस
प्रकार की तकनीक
का इस्तेमाल जिस
प्रौद्योगिकी
में किया जाता
है उसे 4D printing नाम
दिया गया है।